
राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में जहां पूरा देश सांसें थामे बैठा है, वहीं सोनम रघुवंशी के पिता ने सीधा और तीखा बयान देकर केस में नया मोड़ ला दिया है।
उन्होंने दो टूक कह दिया— “जब तक मैं सोनम से मिलकर खुद बात नहीं कर लेता, यकीन नहीं कर सकता कि वही हत्यारिन है। अगर उसने जुर्म कबूला, तो सारे रिश्ते खत्म।”
साफ है, बाप बेटी की नहीं, सच की तरफ खड़ा है।
गहनों की वापसी और “दान वापस नहीं लेते”
राजा के परिवार ने सोनम के मायके से शादी में दिए गए गहनों की वापसी की मांग की। सोनम के भाई गोविंद ने शांतिपूर्वक पुलिस की निगरानी में गहने लौटा भी दिए।
लेकिन!
पिता ने ये कहकर सजग संस्कारी ब्रह्मास्त्र छोड़ दिया—
“बेटी को दिया दान वापस नहीं लेते।”
इंदौर से शिलॉन्ग तक, सब यही बोले: “बाप तो बाप होता है!”
शिलॉन्ग से गाजीपुर तक: हनीमून का टर्न हुआ हंटून
शुरुआत में लगा था कि राजा और सोनम लापता हैं, लेकिन जब राजा का शव बरामद हुआ, तो कहानी मर्डर थ्रिलर में बदल गई।
8 जून को सोनम यूपी के गाजीपुर से मिली, और पुलिस को मिली फिल्मी स्क्रिप्ट जैसी कहानी—
प्रेमी राज कुशवाहा + 3 अन्य = हनीमून का हैवानियत में तब्दील होना।
अब सोनम है शिलॉन्ग जेल में, और जनता सोशल मीडिया पर:
“ये कैसी लव स्टोरी निकली, जिसमें ‘The End’ सीधे मर्डर से हुआ?”
जहां राजा के परिवार ने सुप्रीम कोर्ट के वकील तक हायर कर लिए, वहीं सोनम का परिवार अंदरूनी तौर पर “देखो क्या होता है” वाले मोड में है।
गहनों की वापसी हो गई, अब इज्ज़त की कब होगी, ये अगला अपडेट होगा।
सोनम रघुवंशी केस में हर दिन नया खुलासा हो रहा है। जहां पिता बेटी को आखिरी मौका देना चाहते हैं, वहीं कानून अपना काम कर रहा है।
अब देखना ये है कि ये मामला साजिश साबित होगा या सच्चा जुर्म।